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Tuesday 4 September 2012

मोदी, नितीश और राज ठाकरे !!



अमर शहीद स्मारक तोड़ने वाले आरोपी अब्दुल कादिर की मुम्बई पुलिस दुवारा बिहार पुलिस को बिना सूचित किए गिरफ़्तारी राज्य के संघीय ढांचे पर प्रहार नहीं तो और क्या है ? जब एक ही राज्य में एक जिले की पुलिस दूसरे जिले में आरोपी को पकड़ने जाती है तो इसकी सूचना उक्त जिला की पुलिस को दी जाती है फिर ये तो राज्यों का मामला है ! इसके पूर्व कर्नाटका पुलिस ने भी संघीय ढांचे और राज्यों के अधिकार को चुनौती देते हुए बिहार से एक आतंकी को गिरफ्तार किया था ! राज ठाकरे के बयान ने देश में तो खलबली मचाई ही साथ ही मोदी समर्थकों को नितीश के खिलाफ फिर जहर उगलने का मौका दिया है ! एनडीए में प्रधानमन्त्री के दौड़ में नरेंद्र मोदी और नितीश कुमार दोनों प्रबल दावेदार के रूप में उभर रहे हैं ! ऐसे में राज ठाकरे का यह बयान कही सुनियोजित तरीके से मोदी को फायदा पहुचने वाला तो नहीं ! राज ठाकरे इतने अनजान तो नहीं की उन्हें राज्य के अधिकार के बारे में पता ना हो ! सत्ता के गलियारों में यह चर्चा भी जोरों पर है की इस बार ठाकरे ने मोदी को फायदा पहुचने के उद्देश्य से ही पुरे बिहारियों को टारगेट किया है ! राज ठाकरे के बयान से मोदी समर्थक नितीश कुमार को आतंकवाद का समर्थक बताने में जरा ही संकोच नहीं कर रहे हैं ! फेसबूक के कई ग्रुप में नितीश के खिलाफ ऐसे पोस्ट/कमेन्ट किए जा रहे हो जैसे नितीश कुमार ने अब्दुल कादिर की गिरफ्तारी पर आक्रोश जताया हो और आतंकवाद के समर्थन की वकालत की हो ! इतना ही नहीं मोदी जी के अंध समर्थक नितीश कुमार को ही देशद्रोही साबित करने पर तुल गए हैं ! और तो और पढ़ा लिखा तबका भी नितीश के खिलाफ ऐसे बोल रहा है मनो उन्हें संघीय ढांचा और राज्य के अधिकारों के बारे में कुछ पता ही नहीं है ! दूसरे राज्यों की बात अगर छोड़ दे तो कई बिहारी भी इस बात को लेकर मोदी की गुणगान और नितीश जी के बारे में टिप्पणी करने से परहेज नहीं कर रहे हैं ! खैर जो भी हो नितीश जैसी छवि बनाने के लिए मोदी जी को अभी और वक्त लगेगा ! दूसरी बात राज ठाकरे जैसे लोग सस्ती लोकप्रियता लुटने और मिडिया में छाये रहने के लिए ऐसे बेतुकी बयान देते हैं ! ध्यान रहे नितीश जी ने गिरफ़्तारी के तरीके पर रोष प्रकट किया था ना की अब्दुल कादिर की गिरफ्तारी पर ........

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